Kedarnath Mann Ghumakkad
Kedarnath Mann Ghumakkad

बाबा केदारनाथ के पट अब खुल चुके हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु केदारनाथ यात्रा पर जाने का प्लान करते हैं। लेकिन इस यात्रा की पूरी जानकारी न होने के कारण वे इस प्लान को सफल नहीं बना पाते। भगवान शिव के दर्शन करने हर साल लाखों लोग यहां आते हैं।

केदारनाथ यात्रा को वैसे तो सबसे कठिन यात्राओं में से एक माना जाता है, लेकिन अगर आपको सही जानकारी हो तो आप इस यात्रा को आसानी से पूरा कर सकते हैं।

केदारनाथ जितना श्रद्धालुओं के बीच धार्मिकता को लेकर प्रसिद्ध है उतनी ही सुंदर इसके आस पास का वातावरण है। मंदिर के पास ही मंदाकिनी नदी बहती है। चारों ओर बर्फ से ढकी चोटियां इस जगह के आकर्षण को कई गुणा बढ़ा देती हैं। यह मंदिर अप्रैल के अंत या मई के पहले सप्ताह में खुलता है। साथ ही अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में सर्दियों के कारण 6 महीने के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए जाते हैं। मंदिर के अंदर एक नुकीली सी चट्टान की पूजा भगवान शिव के रूप में की जाती है।

अगर आप केदारनाथ जा रहे हैं या जाने का प्लान कर रहे हैं तो इस लेख को ज़रूर पढ़ें। इसमें हम आपको बताएंगे कि आप केदारनाथ यात्रा कैसे करें, कब करें, केदारनाथ यात्रा में किन बातों का ध्यान रखें, रजिस्ट्रेशन कैसे कराएं, इत्यादि।

केदारनाथ यात्रा का महत्व

उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम में भगवान शिव की आराधना की जाती है। भगवान शिव का यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है। यह चार धामों में से एक धाम भी है। केदारनाथ धाम को पंच केदार भी कहा जाता है।

केदारनाथ के पीछे पौराणिक मान्यता है कि भगवान शिव ने यहां पर पांडवों को दर्शन देकर उन्हें वंश व गुरु हत्या के पाप से मुक्त किया था जिसके बाद पांडवों ने केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग के प्राचीन मंदिर का निर्माण कराया। बाद में आदि शंकराचार्य ने इसका कायाकल्प किया।

मान्यता है कि केदारनाथ के दर्शन किए बिना यदि कोई बद्रीनाथ की यात्रा करता है तो उसकी यात्रा सफल नहीं मानी जाती।

कैसे करें केदारनाथ यात्रा?

केदारनाथ यात्रा पर जाने के लिए आपको कम से कम 5-6 दिन का समय ज़रूर निकालना होगा। तभी आप आराम से इस यात्रा का आनंद ले सकते हैं। यूं तो केदारनाथ जाने के कई रास्ते हैं। लेकिन अगर आप दिल्ली से इस यात्रा को कर रहे हैं तो आप आसानी से केदारनाथ तक पहुंच सकते हैं।

केदारनाथ यात्रा पर जाने के लिए डायरेक्ट ट्रेन या फ्लाइट नहीं है। आप दिल्ली से किसी भी दूसरे शहर से देहरादून तक के लिए ट्रेन, बस या फ्लाइट ले सकते हैं। दिल्ली से केदारनाथ की दूरी लगभग 466 किलोमीटर है।

ट्रेन या बस से कैसे जाएं केदारनाथ?

केदारनाथ यात्रा करने के लिए पहले आप दिल्ली से ट्रेन या बस द्वारा हरिद्वार जा सकते हैं। जिसमें आपको 5 से 6 घंटे का समय लगेगा। आप चाहें तो हरिद्वार में रूककर गंगा आरती का आनंद ले सकते हैं।

हरिद्वार के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहा क्लिक करें –

हरिद्वार से आप सीधा 165 किमी की यात्रा करने के लिए सीधे जोशीमठ के लिए निकलें। यहां रास्ते में आप देवप्रयाग और रूद्रप्रयाग को भी देख सकते हैं।

इसके बाद अगले दिन आप रुद्रप्रयाग से प्राइवेट टैक्सी या बस द्वारा 75 किमी दूर गौरीकुंड आ सकते हैं। गौरीकुंड ही वो जगह है जहां से आप 14-16 किमी लंबे ट्रेक को पार कर केदारनाथ पहुंच सकते हैं।

गौरीकुंड से आप अपनी यात्रा पैदल, टट्टू, घोड़े या डोली में भी कर सकते हैं। केदारनाथ का यह ट्रैक पूरा करने में 1 दिन का समय लग जाता है। रास्ते में आप अन्य श्रद्धालुओं के साथ चलते हुए इस यात्रा के सुंदर नज़ारों का आनंद ले सकते हैं।

हेलीकॉप्टर से केदारनाथ यात्रा

अगर आप के पास ज़्यादा समय नहीं है और आप पैदल चढ़ाई भी नहीं कर सकते तो आप सीधा देहरादून पहुंच कर वहां से केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा ले सकते हैं। हेलीकॉप्टर से यात्रा करने के लिए आपको IRCTC की वेबसाइट www.heliyatra.irctc.co.in पर रजिस्ट्रेशन कराकर आप हेली सेवा टिकट बुक कर सकते हैं। इस बुकिंग में आपको हेली ऑपरेटर कंपनी का चयन करके यात्रा की तिथि और स्लॉट टाइम भरना पड़ेगा। ऑनलाइन ही टिकट राशि का भुगतान करना होगा।

केदारनाथ यात्रा में कितना आएगा खर्च

अगर आप ट्रेन या बस से केदारनाथ की यात्रा कर रहे हैं तो दिल्ली से देहरादून का टिकट 300 से 1000 रुपये तक मिल जाएगा। देहरादून से गौरीकुंड के लिए बस 300 से 500 रुपये तक में मिल जाएगी। दिल्ली से गौरीकुंड तक सीधे भी बस सेवा मिल सकती है, जिसका किराया 500-1000 रुपये है।

अगर आप हेली सेवा ले रहे हैं तो प्रति व्यक्ति सिरसी से 5498 रुपये में राउंड ट्रिप टिकट, फाटा से केदारनाथ धाम का टिकट 5500 रुपये और गुप्तकाशी से 7740 रुपये का टिकट मिलेगा। यदि हेलीकॉप्टर सेवा आपके बजट से बाहर है तो गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए पालकी, घोड़े भी वहां जाकर बुक किए जा सकते हैं।

केदारनाथ यात्रा से पहले रजिस्ट्रेशन ज़रूर कराएं

केदारनाथ यात्रा शुरू करने से पहले आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। बिना रजिस्ट्रेशन के आप यात्रा नहीं कर सकते हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट uttarakhandtourism.gov.in या केदारनाथ धाम की ऑफिशियल वेबसाइट badrinath-kedarnath.gov.in पर जाकर आप रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

साथ ही touristcareuttarakhand app के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। Whatsapp नंबर: 91-8394833833 और Toll Free नंबर: 0135 1364, 0135-2559898, 0135- पर कॉल करके भी रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। आप उत्तराखंड टूरिज़्म की मेल आई डी touristcare.uttarakhand@gmail.com पर मेल के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

अगर आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रहे हैं तो ऑफलाइन विकल्प भी उपलब्ध है। मई के पहले हफ्ते से चारधाम के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रोसेस की शुरुआत ऋषिकेश और हरिद्वार में हो चुकी है। ध्यान रहे कि रजिस्ट्रेशन के दौरान सही जानकारी देना ज़रूरी है गलत जानकारी देने पर रजिस्ट्रेशन रद्द हो जाएगा।

केदारनाथ यात्रा में किन बातों का रखें ध्यान?

केदारनाथ यात्रा शुरू करने से पहले आपको कुछ अहम बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे की:

*आरामदायक कपड़े पहनें: अगर आप पहली बार केदारनाथ यात्रा के लिए जा रहे हैं तो अपने साथ आरामदायक कपड़े लेकर जाएं। ऐसा नहीं करने पर आपको काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

*ऊनी और गर्म कपड़े ज़रूर रखें: केदारनाथ का मौसम हर वक्त बदलता रहता है। ऐसे में अपने साथ ऊनी जैकेट और गर्म ट्रैक पेंट इत्यादि जरूर रखें। लेकिन इतने सारे कपड़े भी ना लें कि आपको चलने में दिक्कत हो।

*रेनकोट ज़रूर रखें: केदारनाथ में कभी भी बारिश हो जाती है। इसलिए अपने साथ रेनकोट ज़रूर रखें। वरना भीगने के कारण आपकी तबीयत भी खराब हो सकती है और यात्रा में भी रूकावट हो सकती है।

*जूतें ज़रूर पहनें: केदारनाथ यात्रा के लिए हमेशा अच्छी क्वालिटी के जूते पहनें जिससे चलने में तकलीफ न हो। पहाड़ी रास्तों पर पकड़ मजबूत करने में सहायक जूतों का चुनाव करें।

*फिटनेस का रखें ध्यान: केदारनाथ यात्रा पर जाने से पहले अपना हेल्थ चेकअप ज़रूर कराएं। फिजीकली और मेंटली फिट होने पर ही इस यात्रा को शुरू करें। केदारनाथ ट्रेक लगभग 16 किमी लंबा है। पहले 5-6 किमी के बाद जैसे-जैसे ट्रेक ऊपर की ओर मुड़ता है, कठिनाई बढ़ती जाती है। इसलिए पहले से ही हल्की जॉगिंग और चलने का अभ्यास करते रहें।

*अपने साथ खाने की चीजें ज़रूर रखें: केदारनाथ यात्रा तक पहुंचने में समय लगता है। ऊपर से कठिन और घुमावदार चढ़ाई होने के कारण एनर्जी की कमी हो सकती है। इसलिए अपने साथ मूंगफली, खजूर, चॉकलेट और एनर्जी बार जैसे हल्के लेकिन हेल्दी स्नैक्स ज़रूर रखें और खाते रहें। साथ ही पानी और एनर्जी ड्रिंक भी पीते रहें जिससे थकावट कम हो।

*यात्रा का समय: केदारनाथ यात्रा अप्रैल के अंत या मई के पहले सप्ताह में खुलता है और अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में सर्दियों के कारण बंद कर दिया जाता है। सर्दियों में यहां काफी ठंड पड़ती है जिससे यात्रा करना कठिन हो जाता है।

इन बातों का ध्यान रख आप आसानी से कम बजट में केदारनाथ यात्रा कर सकते हैं। केदारनाथ यात्रा के साथ आप बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री की यात्रा कर चारधाम यात्रा को पूरा कर सकते हैं।

चार धाम यात्रा के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें –

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